कि कहब हे सखि रातुक बात !
मानक पइल कुबानिक हाथ !१!
काच कंचन नहि जानय मूल !
गुंजा रतन करय समतूल !२!
जे किछु कभु नहि कला रस जान !
नीर खीर दुहु करय समान !३!
तन्हि सएँ कइसन पिरिति रसाल !
बानर-कंठ कि सोतिय माल !४!
भनइ विद्यापति एह रस जान !
बानर-मुह कि सोभय पान !५!
मानक पइल कुबानिक हाथ !१!
काच कंचन नहि जानय मूल !
गुंजा रतन करय समतूल !२!
जे किछु कभु नहि कला रस जान !
नीर खीर दुहु करय समान !३!
तन्हि सएँ कइसन पिरिति रसाल !
बानर-कंठ कि सोतिय माल !४!
भनइ विद्यापति एह रस जान !
बानर-मुह कि सोभय पान !५!
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